जो अंधेरे की तरह

जो अंधेरे की तरह डसते रहे ,अब उजाले की कसम खाने लगे
चंद मुर्दे बैठकर श्मशान में ,ज़िंदगी का अर्थ समझाने लगे!!

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *