हवा चुरा ले गयी थी

हवा चुरा ले गयी थी
मेरी ग़ज़लों की किताब..

देखो, आसमां पढ़ के रो रहा है
और नासमझ ज़माना खुश है कि बारिश हो रही है..!

हम दिलफेक आशिक़ है

हम दिलफेक आशिक़ है, हर काम में कमाल कर दे
क्या जरुरत है
जानू को लिपस्टिक लगाने की हम चूम के ही होंठ उसके लाल कर दे